ये जिंदगी बड़ी खामोश है,
ख़ामोशी से बहुत कुछ कह जाती है,
सपना दिखाके एक नयी सुबह का,
ना जाने क्यों सो जाती है....
हसरत दिल की जाने क्या है,
जाने धडकन क्या चाहती है,
कुछ इन्तेज़ार खुशी का कराके,
गम से झोली भर जाती है ...
हर बार कसूर नहीं होता अपना,
फिर भी ये सज़ा दे जाती है,
संभाल नहीं सकते है खुद को,
ऐसे भंवर में डुबो जाती है...
पर ऐसे हर मुश्किल दौर में,
कुछ दोस्त सम्भालने को दे जाती है,
बार बार गिराके हमें जिंदगी,
उठने का मौका दे जाती है...
ये जिंदगी बड़ी खामोश है,
ख़ामोशी से बहुत कुछ कह जाती है,
गमों से झोली भरने वाली,
एक प्यारी सी खुशी भी दे जाती है.............
DK Prajapati
DK Prajapati
naice.... i like it
ReplyDeletethanks arsh
ReplyDeletegood
ReplyDeletebhai ultimate...........
ReplyDeletethanx viren bhaiya
ReplyDeletethanx vatan bhai